लखनऊ । देश में चार साल पहले जनवरी 2017 में जच्चा-बच्चा के बेहतर स्वास्थ्य देखभाल के उद्देश्य से शुरू की गयी प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना गर्भवती-धात्री महिलाओं के लिए वरदान साबित हुई है। कोरोना के चलते लाकडाउन के दौरान भी इन गर्भवती व धात्री महिलाओं के खाते में धनराशि भेजी गयी जो कि जच्चा-बच्चा के बेहतर पोषण के साथ ही परिवार वालों के लिए भी बड़ी ही मददगार बनी।
उप्र में अब तक 37.48 लाख लाभार्थियों का पंजीकरण
अप्रैल 2020 से फरवरी 2021 के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो यह उपलब्धि सौ फीसद से भी अधिक रही। इस दौरान योजना के तहत 9,31,854 गर्भवती को लाभान्वित करने का लक्ष्य तय किया गया था, जिसके सापेक्ष उपलब्धि 9,36,294 रही। योजना के राज्य नोडल अधिकारी राजेश बांगिया का कहना है कि योजना की शुरुआत से अब तक (जनवरी 2017 से फरवरी 2021) प्रदेश का कुल लक्ष्य 39,26,370 निर्धारित किया गया था, जिसके सापेक्ष 37,48,657 लाभार्थियों का पंजीकरण किया गया जो कि लक्ष्य के सापेक्ष 95.47 फीसद है।